मेरे सभी ब्लॉग मित्रों को नव-वर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं -
आओ लिखें कुछ बात नई
चलो करें शुरुआत नई
नई सुबह है, हवा है ताज़ी
भेजें कुछ खुशियों की पाती
पाषाण टूटे, झरने फूटे
कल-कल की है मधुर ध्वनि
हरसिंगार है झूमे जाता
खिल जाने को मुझे बुलाता
चेह्कें पंछी, उड़ें तितलियाँ
जीवन-प्राण से भरी हैं कलियाँ
झाड़ के परतें पुरानी कई
फ़िर से करें इक कोशिश नई
5 comments:
नया साल 2009 आप सभी के लिए
सुखदायक
धनवर्धक
स्वास्थ्वर्धक
मंगलमय
और प्रगतिशील हो
यही हमारी भगवान से प्रार्थना है
Regard
apne samarthakon ke liye jagah banayen , nav varsh ki shubhakaamanaye.
"jhaarh ke parteiN purani kai,
phir se kareiN koshish ik nayi"
madhurim svar-lehriyoN meiN kal-kal
behti si ek khoobsurat nazm...
bahot hi achha aahvaan hai .
badhaaee !!
देहरादून से छपने वाली पत्रिका "सरस्वती-सुमन" का ग़ज़ल विशेषांक आया है .
आपकी पारखी नजरों से गुज़र जाए तो उसके वक़ार में इज़ाफा हो..
पता है : डॉ आनंद सुमन सिंह, मुख्या सम्पादक ,
सरस्वती सुमन , १-छिबर मार्ग , आर्य नगर , देहरादून .
फ़ोन : ०९४१२० ०९००० .
विमी जी आपके कामेन्ट्स का बहुत शुक्रिया...और नया साल आपके लिये बहुत सुनहरा रहे...
आदर सहित
बहुत ही सुन्दर कविता लिखी है आपने, नये साल की शुभकामनाएँ
---मेरा पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें
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