Thursday, December 10, 2015

सर्दियों की कुनकुनी धूप :)
सहला कर जगाती फूलों को
अपनी गरमाहट से ।

इस धूप से पिघल कर
हटती जाती रात की शीत
और ओस धुले फूल-पौधे
चमक उठते ।

पंछियों की चहचहाहट
सुरीला स्वागत करती है
इस धूप का ।

कुछ ही देर में
तितलियाँ भी उतर आतीं
इस संगीत पर
अपना नृत्य दिखाने ।

प्रकृति बेजोड़ है :)