मेरे सभी ब्लॉग मित्रों को नव-वर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं -
आओ लिखें कुछ बात नई
चलो करें शुरुआत नई
नई सुबह है, हवा है ताज़ी
भेजें कुछ खुशियों की पाती
पाषाण टूटे, झरने फूटे
कल-कल की है मधुर ध्वनि
हरसिंगार है झूमे जाता
खिल जाने को मुझे बुलाता
चेह्कें पंछी, उड़ें तितलियाँ
जीवन-प्राण से भरी हैं कलियाँ
झाड़ के परतें पुरानी कई
फ़िर से करें इक कोशिश नई