और वो चलती गई....
रस्साकशी समाजों की
कश्मकश ख़यालों की
और वो चलती गई.......
बेढब समय
बदतर हालात
और वो चलती गई.......
हँसने रोने का कार्यक्रम
गिरने उठने की प्रक्रिया
और वो चलती गई.......
ढकेलते ठेलते नुकीले मोड़
लेकिन पुकारते परवाज़
और वो चलती गई........
Thursday, November 16, 2017
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