झांकते हुए चाँद ने
छेड़ी कुछ ऐसी बातें कि
ठंडी हवा से तरंगित
शाख़ों की पत्तियाँ
हंसते-हंसते हो गयीं
धानी से सुर्ख़ ....
और चाँदनी ने छिटककर
कर दिया पूरा माहौल
चमकीला.....ख़ुशनुमा !!!
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