Saturday, October 29, 2022

 सुबह सवेरे 

उतर आए हैं कुछ बादल 

मेरे आँगन,

साथ लेकर 

सिलसिलेवार बूँदे ।

हल्की-हल्की हवा भी है साथ 

शर्माती सी।

खिड़की से ही

कुछ हाल-चाल लिया 

हमने एक दूसरे का ।

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