सुबह सवेरे
उतर आए हैं कुछ बादल
मेरे आँगन,
साथ लेकर
सिलसिलेवार बूँदे ।
हल्की-हल्की हवा भी है साथ
शर्माती सी।
खिड़की से ही
कुछ हाल-चाल लिया
हमने एक दूसरे का ।
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